शाम तक सभी ने बहुत सारी खुशियां बांटी लेकिन अब विदाई का समय आ चुका था शाम तक सभी ने बहुत सारी खुशियां बांटी लेकिन अब विदाई का समय आ चुका था
शादी का मतलब केवल शारीरिक संबंध ही नहीं ! शादी का मतलब केवल शारीरिक संबंध ही नहीं !
और इतना सब होने के बाद भी मैं चुप क्यों था ? इस बात का क्षोभ मुझे आज भी है। और इतना सब होने के बाद भी मैं चुप क्यों था ? इस बात का क्षोभ मुझे आज भी है।
ऐसी थी मेरी पहली साइकिल की कहानी, जो हमेशा मुझे याद रहती है। ऐसी थी मेरी पहली साइकिल की कहानी, जो हमेशा मुझे याद रहती है।
कुछ रिश्ते टूटे ,कुछ नए जुड़े ।जो टूटे उनका गम नहीं जो नए जुड़े उनका हृदय से अभिनंदन । कुछ रिश्ते टूटे ,कुछ नए जुड़े ।जो टूटे उनका गम नहीं जो नए जुड़े उनका हृदय से अभिनं...
कहते हुए नापसंदीदा बिनणी, दादीसा के गले लग गयी। दादीसा की बाँहों का घेरा भी और तंग हो गया था। कहते हुए नापसंदीदा बिनणी, दादीसा के गले लग गयी। दादीसा की बाँहों का घेरा भी और त...